PM Vishwakarma Yojana 2024 (प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना) – ऑनलाइन आवेदन, रजिस्ट्रेशन, पात्रता और लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2024 – पीएम विश्वकर्मा योजना ऑनलाइन आवेदन / रजिस्ट्रेशन, विश्वकर्मा योजना विवरण, आवेदन फॉर्म पीडीएफ, पीएम विश्वकर्मा लोन योजना और अन्य लाभों की जानकारी।
विश्वकर्मा योजना: यह योजना 17 सितंबर 2023 को लॉन्च की गई थी, और अब तक (19 अक्टूबर 2024 तक) 23 लाख से अधिक कारीगरों को लाभ मिला है। इस योजना के तहत, केंद्रीय सरकार कारीगरों को कम ब्याज दर पर लोन, कौशल प्रशिक्षण, और उपकरण खरीदने के लिए प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। यह योजना 18 विभिन्न क्षेत्रों के कारीगरों के लिए लाभकारी है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक प्रभावी और सफल सामाजिक कल्याण योजना साबित हुई है। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में सब कुछ, ताकि आप भी इसका लाभ उठा सकें।
पीएम विश्वकर्मा योजना
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को ‘विश्वकर्मा’ के रूप में मान्यता दी जाती है, और उन्हें इस योजना के सभी लाभ प्राप्त करने का अधिकार मिलता है।
योजना के उद्देश्य और फायदे
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता, पैमाना और पहुंच को बेहतर बनाना है। इस योजना के माध्यम से बुनकरों, सुनारों, लोहारों, कुम्हार, दर्जी, मूर्तिकार, कपड़े धोने वाले श्रमिकों को आर्थिक सशक्तिकरण मिलेगा।
इसके अलावा, डिजिटल सशक्तिकरण, ब्रांड प्रचार और बाजार लिंकेज की मदद से कारीगरों को अपने उत्पादों का प्रचार और बिक्री करने का अवसर मिलेगा। योजना का लक्ष्य कारीगरों और शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आजीविका को सुधारना है।
पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र
इस योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र दिया जाएगा, जिससे उन्हें विश्वकर्मा के रूप में पहचान मिल सकेगी। यह प्रमाणपत्र और पहचान पत्र डिजिटल और भौतिक रूप में उपलब्ध होंगे।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को निम्नलिखित लाभ मिलेंगे:
- पहचान और मान्यता: पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र।
- कौशल उन्नति: कारीगरों को कौशल प्रशिक्षण मिलेगा और प्रशिक्षण पूरा करने पर उन्हें ₹500 प्रतिदिन की स्टाइपेंड मिलेगा।
- टूलकिट प्रोत्साहन: कौशल प्रशिक्षण के बाद कारीगरों को ₹15,000 तक का टूलकिट प्रोत्साहन मिलेगा।
- सस्ती क्रेडिट सहायता: कारीगरों को 5% ब्याज दर पर लोन मिलेगा।
- डिजिटल लेन-देन में प्रोत्साहन: डिजिटल लेन-देन के लिए ₹1 प्रति लेन-देन की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
- मार्केटिंग सहायता: कारीगरों को उनके उत्पादों का प्रचार करने के लिए सहायता दी जाएगी।
विश्वकर्मा योजना में कितने रुपये का लोन मिलेगा और ब्याज दर क्या होगी?
इस योजना के तहत कारीगरों को ₹3 लाख तक का लोन दो किस्तों में मिलेगा। पहले चरण में ₹1 लाख का लोन मिलेगा, और दूसरे चरण में ₹2 लाख का लोन मिलेगा। लोन पर ब्याज दर 5% होगी।
विश्वकर्मा योजना में कौशल विकास कार्यक्रम
विश्वकर्मा योजना में दो प्रकार के कौशल विकास कार्यक्रम होंगे: एक ‘बेसिक’ और दूसरा ‘एडवांस’। प्रशिक्षण के दौरान कारीगरों को ₹500 प्रतिदिन का मानदेय मिलेगा।
आवेदन कैसे करें?
- योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन पीएम विश्वकर्मा की आधिकारिक वेबसाइट (pmvishwakarma.gov.in) के माध्यम से किया जा सकता है।
- आवेदन प्रक्रिया में सत्यापन के तीन स्तर होंगे: ग्राम पंचायत/शहरी स्थानीय निकाय, जिला, और राज्य स्तर पर।
- डिजिटल लेन-देन के लिए कारीगरों को QR कोड और UPI विवरण प्रदान किया जाएगा।
PM Vishwakarma योजना के लिए पात्रता
- योजना का लाभ उन कारीगरों और शिल्पकारों को मिलेगा जो विभिन्न पारंपरिक शिल्पों में कार्यरत हैं।
- महिलाओं, एससी, एसटी, ओबीसी, विकलांग व्यक्तियों और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- इस योजना का लाभ केवल शहरी क्षेत्र के लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के कारीगरों को भी मिलेगा।
अंतिम तिथि और अन्य जानकारी
विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन की अंतिम तिथि और अन्य अपडेट्स की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस योजना का बजट ₹13,000 करोड़ रखा गया है और इसे 2027-28 तक लागू किया जाएगा।
इस योजना का उद्देश्य देश भर में पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को बेहतर अवसर प्रदान करना है, ताकि वे अपने काम में सुधार ला सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
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